हड़ताल
जिधऱ देखे उधर हड़ताल
और कुछ सूझता नहीं
करते है हड़ताल /
भारत सरकार, राज्य सरकार से,
खुश नहीं है कोई भी विभाग
कैसे कहे ? किसे बताये ?
हड़ताल है तो काम पर कैसे जाये ?
यह दशा है जो देश का है हाल,
उस वक़्त आँख नम हो जाते है,
ज़ब कोई हड़ताल मे आत्महत्या कर लेता है
तो कोई भूख हड़ताल कर रोता है/
क्या करें मजबूरी है
तभी तो हड़ताल करना जरुरी है
यह दशा देश का,
जिधर देखो उधर सपना अधूरी है /
तभी तो है हड़ताल /
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