हड़ताल जिधऱ देखे उधर हड़ताल और कुछ सूझता नहीं करते है हड़ताल / भारत सरकार, राज्य सरकार से, खुश नहीं है कोई भी विभाग कैसे कहे ? किसे बताये ? हड़ताल है तो काम पर कैसे जाये ? यह दशा है जो देश का है हाल, उस वक़्त आँख नम हो जाते है, ज़ब कोई हड़ताल मे आत्महत्या कर लेता है तो कोई भूख हड़ताल कर रोता है/ क्या करें मजबूरी है तभी तो हड़ताल करना जरुरी है यह दशा देश का, जिधर देखो उधर सपना अधूरी है / तभी तो है हड़ताल /