जिन्दगी की ज्योतिषी विवाह में कुंडली मिलान अगर आप विवाह में कुंडली मिलान किये बिना विवाह के बंधन में बंध जायेगे तो विवाह की बंधन अभिशाप बन सकता है / कुंडली मिलान का तरिका - 1. वर वधु के आदत एकसमान होना चाहिए / 2. वर वधू के विचार एकसमान होना चाहिए / 3. वर वधु के व्यवहार एकसमान होना चाहिए / 4. वर वधु के कर्म अर्थात जीवन का लक्ष्य वर वधु के विचार में मान्य होना चाहिए / 5.. शादी की तारीख तय करने से पूर्व यह जान लेना चाहिए कि क्या वर वधु दोनों का आदत ,विचार ,व्यवहार ,के साथ जीवन का लक्ष्य रूपी कुंडली में मिलान हो रहा है ? 6..अगर किसी भी प्रकार के कुंडली में मिलान नही हो रहा हो तो कभी भी विवाह के बंधन में नहीं बंधना चाहिए / 7. बाहर के ज्योतिषी शाश्त्र के कुंडली मिलान पर जिन्दगी में शादी के लिए तैयार कभी भी किसी भी शर्ते पर तैयार नहीं होना चाहिए , वरना जीवन में मनमोटाव से लेकर ,दरार , ह्त्या , तालाक का सामना करना पड सकता है / 8. उपरोक्त कुंडली का मिलान किये बिना कभी भी शादी नहीं करना चाहिए वरना विवाहित जीवन ही अभिशाप बन सकता है / व